किसी साइबर कैफे से हिन्दी में पोस्ट करने की नौबत आ जाए , जहां हिन्दी में लिखने की सुविधा ना हो | तब आप क्या उपाय करते हैं ? पूरी पोस्ट न लिखनी हो , सिर्फ टीपना हो | ब्लोगर वाले चिट्ठेकार सीधे देवनागरी में लिखते होंगे | ऐसा न होने पर , निश्चित ही आप किसी ‘तख्ती’ किस्म की सुविधा का इस्तेमाल करते होंगे | मैं अंकित जैन की तख्ती का प्रयोग करता हूं | रोमन में लिखी टिप्पणियों को देख कर थोड़ी सी कोफ्त जरूर होती है अथवा लिखने वाले की मजबूरी का ख्याल आ जाता है |
आज पता चला की गूगल की भी तख्ती उपलब्ध है | बाराहा की भांति गूगल ने भी कुछ अन्य भारतीय भाषाओं में भी यह सुविधा मुहैय्या कराई है | इस तख्ती का प्रयोग करने के उपरांत आप इसे छाप भी सकते हैं ( प्रिंट आउट भी हासिल कर सकते हैं ) | नेट पर हिन्दी के बढ़ रहे प्रयोग की वजह से गूगल को यह सुविधा देनी पडी , मुझे लगता है | आप को कैसी लगी यह तख्ती ?
यह पोस्ट उक्त साधन के प्रयोग से लिखी गयी है |